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Daily Current Affairs in Hindi 23 April 2025।ANTORA ACADEMY

 

आज के प्रमुख समसामयिक विषय।23 अप्रैल 2025 के लिए करंट अफेयर्स। Daily Current Affairs in Hindi

ANTORA ACADEMY के करेंट अफेयर्स सेक्शन में आपका स्वागत है।
हम यहाँ आपके लिए लाए हैं बैंकिंग, एसएससी, यूपीएससी, रेलवे, टीचिंग और राज्यस्तरीय परीक्षाओं के लिए विशेष रूप से तैयार किए गए डेली करेंट अफेयर्स के इन हिंदी(Daily current affairs in hindi)
यहाँ पर हम हर उपयोगी खबर का परीक्षा उपयोग विश्लेषण करके महत्वपूर्ण बिंदुओं को शामिल करते हैं।
हमारा कंटेंट नियमित रूप से अपडेट होता है और हर टॉपिक को बैंकिंग, एसएससी, यूपीएससी, रेलवे, टीचिंग और राज्यस्तरीय परीक्षाओं के पैटर्न के अनुसार प्रस्तुत किया जाता है।
करेंट अफेयर्स (current affairs)को समझना, याद रखना और आसानी से रिवाइज़ करना तो यही है आपका परफेक्ट डेस्टिनेशन।
आज हम जानेंगें उन घटनाओं को जो देश और दुनिया में सुर्खियां बनी हुई है।
पृथ्वी दिवस से लेकर भारत की स्मार्टफोन एक्सपोर्ट सफलता तक ,महाराष्ट्र की नई भाषा नीती से लेकर मुंबई इंटरनेशनल क्रूज टर्मिनल तक ये विषय परीक्षा की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है।
 

पृथ्वी दिवस 2025

हर साल 22 अप्रैल को दुनिया भर में विश्व पृथ्वी दिवस मनाया जाता है।
पहली बार पृथ्वी दिवस 22 अप्रैल 1970 को बनाया गया था।
इसका उद्देश्य लोगों को पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूक करना था।
सबसे पहले आयोजन में लगभग 2,00,00,000 अमेरिका वासियों ने भाग लिया था।
जिसमें एनवायरमेंटल प्रोटेक्शन एजेंसी की स्थापना की गई थी।
विश्व पृथ्वी दिवस 2025 की थीम है-”हमारी शक्ति, हमारा ग्रह”


इस थीम के उद्देश्य है-


नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देना।
सतत जीवनशैली को अपनाना।
पर्यावरणीय नीतियों को समर्थन देना।
जलवायु परिवर्तन से लड़ाई में सभी की भागीदारी बढ़ाना।


महत्त्व 

जलवायु संकट,वनों की कटाई और प्रदूषण जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करता है।
वृक्षारोपण स्वच्छता अभियान और वर्कशॉप्स से लोगों को जोड़ता है।
युवा पीढ़ी को पर्यावरणीय नेतृत्व की ओर प्रेरित करता है।
नीतिनिर्माण को भी प्रभावित करता है।
इस दिवस के माध्यम से शिक्षा ,जागरूकता जैसे अभियान चलाकर वृक्षारोपण के लिए प्रोत्साहित किया जाता है


महत्वपूर्ण बिंदु

पृथ्वी दिवस 22 अप्रैल को मनाया जाता है
2025 की थीम -”अवर पावर अवर प्लेनेट” है


अर्थ आवर

पृथ्वी दिवस से अलग यह मार्च महीने में मनाया जाता है, जिसमें एक घंटा लाइट बंद रखी जाती है
भारत में पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 में लागू हुआ
यूनाइटेड नेशंस एनवायरमेंट प्रोगाम संयुक्त राष्ट्र की संस्था है, जो पर्यावरणीय मुद्दों पर काम करती है


राष्ट्रीय सिविल सेवा दिवस 2025

21 अप्रैल को मनाया गया।
पहली बार 21 अप्रैल 1947 को मनाया गया था।
सरदार वल्लभभाई पटेल द्वारा सिविल सेवकों को "भारत का स्टील फ्रेम" कहा गया। 
भारतीय सिविल सेवा के जनक लॉर्ड कार्नवालिस को माना गया है 
1861 में सिविल सेवा अधिनियम आया।
वैश्विक संदर्भ में सिविल सेवा की उत्पत्ति चीन में मानी गई है।
ब्रिटेन ने चीनी मॉडल से प्रेरणा लेकर भारत में भी इसे लागू किया था।
सिविल सेवा शब्द का अर्थ है "गैर सैन्य सेवा"।
सिविल सेवा दिवस वर्ष 2006 से मनाया जा रहा है।




हिंदी को तीसरी भाषा के रूप में अनिवार्य किया गया 

महाराष्ट्र सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत हिंदी भाषा को राज्य के प्राथमिक विद्यालयों में तीसरी भाषा के रूप में अनिवार्य करने का निर्णय लिया है।
कक्षा एक से पांच तक मराठी और अंग्रेजी माध्यम के स्कूल में हिंदी तीसरी भाषा के रूप में अनिवार्य।
कार्यान्वयन शैक्षिक वर्ष 2025- 26 से होगा।
पहले चरण में इसे उर्दू और गुजराती माध्यम के स्कूल में लागू किया जाएगा। 
हिंदी तीसरी भाषा बनाकर भाषाई एकता और राष्ट्रभाषा के प्रसार को बढ़ावा देने का प्रयास किया गया है।
यह नीति राष्ट्रीय एजुकेशन पॉलिसी के त्रिभाषा सूत्र से जुड़ी है।
राज्य सरकार द्वारा नीति के क्रियान्वयन के लिये 2025- 26 को लक्ष्य बनाया गया है।


राष्ट्रीय शिक्षा नीति -2020 के तहत एजुकेशन स्ट्रक्चर -


आधारभूत चरण

कक्षा 1-2-मूलभूत शिक्षा की शिक्षा की नींव 


तैयारी का चरण

कक्षा 3-5-बुनियादी विषयों की तैयारी।


मध्य चरण

कक्षा 6-8-विषयगत पढ़ाई की शुरुआत


माध्यमिक चरण

कक्षा 9-12-विश्लेषणात्मक विषय वस्तु।



भारत द्वारा फाइनेंशियल ईयर 2025 में 2,00,000 करोड़ स्मार्टफोन का निर्यात किया गया।

वित्त वर्ष 2024- 25 में भारत का स्मार्टफोन निर्यात 2,00,000 करोड़ से अधिक हो गया। 
यह अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है।
वित्त वर्ष 2025 में स्मार्टफोन निर्यात 2024 की तुलना में 54% की वृद्धि दर्ज की गयी है।
इस वृद्धि में भारत सरकार की प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव योजना की सफलता का बहुत महत्त्व है।
प्रोडक्शन लिंक्ड इन्सेंटिव स्कीम ने घरेलू विनिर्माण और निर्यात को तेजी से बढ़ावा दिया।
भारत की आत्मनिर्भर भारत की दिशा में अगले कदम की ओर संकेत करता है।
अब भारत में उपयोग होने वाले 99% स्मार्टफोन भारत में ही बनाए जाते हैं।
इसके कारण आयात पर निर्भरता में भारी कमी आयी है।
वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में भी भारत की भागीदारी और मजबूत हुई है। 
इस उल्लेखनीय उपलब्धि में एमएसएमई सेक्टर की भी भागीदारी उल्लेखनीय है।
प्रमुख निर्यातक कंपनियों में ऐप्पल प्रमुख है, जिसका कुल निर्यात में योगदान 70% है।
निर्यात बढ़ने से इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में बड़े पैमाने पर रोजगार उत्पन्न हुआ है।
फरवरी 2025 तक ही निर्यात 1.5,00,000 करोड़ तक पहुँच गया था, जो फाइनेंशियल ईयर 2024 के पूरे साल के आंकड़ों से अधिक था।
इसमें मेक इन इंडिया और डिजिटल इंडिया जैसे अभियान ने भी योगदान दिया।


प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव योजना

यह योजना वर्ष 2020 में शुरू की गई थी।
इलेक्ट्रॉनिक्स ,मोबाइल मैन्यूफैक्चरिंग,फार्मा, ऑटो आदि क्षेत्रों को बढ़ावा देने का शुरू की गई थी।


मुंबई इंटरनेशनल क्रूज टर्मिनल भारत का सबसे बड़ा क्रूज टर्मिनल

भारत में समुद्री पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ा कदम उठाया गया है
मुंबई में इंटरनेशनल क्रूज टर्मिनल अब  आधिकारिक रूप से शुरू हो गया है
इसका उद्घाटन 21 अप्रैल 2025 को इसके पोत और और परिवहन मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने किया
मुंबई में इंटरनेशनल क्रूज टर्मिनल न सिर्फ भारत का सबसे बड़ा क्रूज टर्मिनल है बल्कि इसकी क्षमता और आधुनिक सुविधाएं इसे वैश्विक स्तर पर खास बनाती हैं


क्यों खास है यह टर्मिनल


यह टर्मिनल हर साल एक मिलियन यात्रियों को संभाल सकता है
हर दिन लगभग 10000 यात्रियों की व्यवस्था की जा सकती है
300 मीटर तक लंबे जहाज यहां आराम से खड़े हो सकते हैं
एक ही समय में पांच क्रूज जहाज यहां खड़े हो सकते हैं


खर्च कितना हुआ और इसके उद्देश्य क्या है ?

इस परियोजना पर 556 करोड रुपए खर्च किए गए हैं
इसका उद्देश्य है- भारत में क्रूज पर्यटन को बढ़ावा देना और बंदरगाहों का आधुनिकीकरण करना


यह टर्मिनल क्या करेगा?

विदेशी और घरेलू पर्यटकों को आकर्षित करेगा
भारत को एक समुद्री पर्यटन हब बनने में मदद करेगा
शिपिंग, पर्यटन और रोजगार को बढ़ावा देगा


क्या है वाधवान पोर्ट का रोल?

मुंबई इंटरनेशनल क्रूज टर्मिनल के साथ ही एक और बड़ी घोषणा हुई है- वाधवान पोर्ट की
वाधवान पोर्ट जो महाराष्ट्र में विकसित किया जा रहा है ,इसके लिए सरकार ने लगभग 5700 करोड रुपए के बुनियादी ढांचे की निवेश की घोषणा की है
इसका उद्देश्य -समुद्री कनेक्टिविटी को सुधारना,आयत और निर्यात व्यापार को तेज करना तथा भारत की औद्योगिक आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करना है


इन दोनों का सरकार कि सागरमाला परियोजना से संबंध

यह दोनों परियोजनाएं केंद्र सरकार की सागरमाला के तहत आती हैं ,इसका लक्ष्य भारत के तटीय क्षेत्र का समग्र विकास और समुद्री परिवहन को मजबूत विकल्प बनाना है







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